कावेरी दीदी को चोदने का मकसद पूरा हो गया

आज मैं आपको
अपनी और दीदी की चुदाई की सच्ची
कहानी बता रहा हूं। गलती हो तो माफ
करना और कमेंट बाक्स में कमेंट जरुर करना। तो दोस्तों मैं अपनी दीदी के बारे में बता दूं। मेरी दीदी का नाम कावेरी है। दिखने में एकदम गोरी है। थोडी मोटी है और तीस साल की
है। उसके बूब्स बडे बडे हैं। और गांड भी
भरी है। दोस्तों मेरी
दीदी की शादी हो
चुकी है। और वो अब काफी माल
लगती है। शरीर बहुत गठीला
है। मैं दीदी को चोदने की कई
बार सोचता था। दोस्तों मैं दीदी के बूब्स
देखकर उत्तेजित हो जाता था।
मै जब भी दीदी के ससुराल
जाता तो दीदी के बूब्स को किसी
न किसी बहाने छू ही लेता था। मेरे को
बहुत मजा आता था। तो मैंने सोचा कि क्यों न
दीदी को चोदा जाए। लेकिन कहता कैसे
कहीं दीदी नाराज है गई या
उसने घर वालों को कह दिया तो ये डर मुझे
दीदी को चोदने से रोक रहा था। लेकिन मेरा
मकसद मजबूत था कि हर हाल में कावेरी
दीदी को चोदूंगा। जो मकसद पूरा हुआ।
एक दिन मैंने दीदी को चोद ही
दिया। दोस्तों एक दिन की बात है मैं
दीदी के ससुराल गया था। उस दिन घर में
केवल दीदी और उसकी
बेटी थी। बेटी छोटी
थी तब सिर्फ चार साल की। उस दिन मैं
वहीं रहा और रात में …
दीदी को चोदने का प्रोग्राम बनाया ।
इससे पहले दिन में मैं दीदी के बूब्स
कई बार बहाने से छू चुका था। रात को जब
दीदी ने खाना बनाया और हमने खाना खाया
और दीदी की बेटी
सो गई। बस फिर मुझे दीदी को चोदने का
मौका मिल गया। मैंने दीदी के बूब्स दबा
दिये। तो दीदी ने मुझे दूर धकेल दिया और
बोली कि ये गलत है। लेकिन मैं रूका नहीं
और दीदी को रिक्वेस्ट की ।
तो दीदी मान गई। फिर क्या था मैं शुरु हो
गया। मैं दीदी को अंदर बेडरूम में ले गया
और चुम्मा चाटी करने लगा।
दीदी भी मेरे को किस कर
रही थी। आप यह कहानी
onesexstory.blogspot.inपर पढ़ रहे है |
फिर मैं दीदी के बूब्स जोर से दबाने लगा
तो दीदी भी अपने हाथों से
बूब्स दबवाने लगी। फिर मैं
दीदी को गोद में उठाकर बिस्तर पर ले गया
और दीदी के सारे कपडे उतार दिए। फिर
मैंने अपने कपडे भी उतार दिए और दोनों नंगे हो
गए। दीदी को मैंने अपनी बाहों
में भर लिया और प्यार से उसके चूचे चूसने लगा।
फिर मैं दीदी के बूब्स मुंह में लेकर
चूसने लगा बच्चे की तरह। फिर में
दीदी की चूत में
उगली डालकर अंदर बाहर करने लगा। और फिर
दीदी की चूत चाटने लगा। चूत
का स्वाद खास अच्छा नहीं था। लेकिन मुझे मजा आ
रहा था। फिर दीदी मेरा लंड चूस
रही थी। अब मेरा लंड सख्त हो गया
था। उत्तेजना चरम पर थी।
चुकी थी। अब मैं
दीदी को चोदने की शुरुआत
करने लगा। मैंने अपना लंड दीदी
की चूत पर रख कर धक्का लगाना शुरू किया और
फिर लंड को अंदर बाहर कर रहा था। मेरा सात इंच मोटा लंड
दीदी की चूत में पूरा अंदर
बाहर कर रहा था।
मैं दीदी को प्यार से चोद रहा था। लंड
की फच्च फच्च और दीदी
की आह आह की मधुर आवाज से
कमरा गूंज रहा था। फिर मैं दीदी को तेज
तेज चोदने लगा। अब हम दोनों जोश में एक दूसरे के साथ चुद
रहे थे। दीदी की चूत वैसे तो
थोडी ढीली थी
लेकिन चुदाई के वक्त मेरा मोटा लंड उसके ढीलेपन
को कम कर रहा था। मैं दीदी को अब
और तेज चोद रहा था। आप यह कहानी
onesexstory.blogspot.inपर पढ़ रहे है | दीदी
भी गांड उछाल उछाल कर पूरे मजे में मुझसे चुद
रही थी। में दीदी
की चूत को डागी स्टाइल में चोदने लगा ।
पहले तो दीदी मेरे नीचे
थी। लेकिन वो मोटी होने के कारण ज्यादा
हिल नहीं रही थी। इसलिए कैसे लड़कियों को पटायें
चुदाई पूरी रफ्तार से हो रही
थी। फिर दीदी झड गई ।
उसकी चूत पी छोड रही
थी ।
दीदी की चूत ने
पानी छोड़ दिया
दीदी अब तक पांच बार जड
चुकी थी। अब मेरा माल भी
निकलने वाला था। मैंने दीदी से पूछा तो
उसने कहा कि चूत में निकाल दो। मैने अपना सारा
वीर्य दीदी की चूत
में डाल दिया। करीब तीस मिनट
की चुदाई के बाद हम दोनों निढाल है गये। मैं
दीदी के ऊपर पडा था।
दीदी को पसीना आ रहा था।
उसकी सासें तेज चल रही
थी। चेहरा भी लाल था।
मतलब कि वो चुदाई से संतुष्ट हो चुकी
थी। और में भी । फिर मैं
दीदी को उठाकर गोदी में बाथरूम
ले गया। और फिर एक दूसरे नहलाकर बाहर आ गए फिर कैसे लड़कियों को पटायें
कपडे पहने और सो गए। सोते हुए भी मैं
दीदी के बूब्स दबा और चूस रहा था। इस
तरह मैंने दीदी की बुर
चोदी। और दीदी को लंड का
नया अनुभव हुआ। दीदी बहुत खुश
हुई और इसके बाद मैंने दीदी को चार बार
चोदा |

Comments

Popular posts from this blog

सगी बहन से शादी और सुहागरात

छोटी बहन की सील तोड़ी